मुंबई, 14 फरवरी 2023 : अभिनेत्री मुग्धा गोडसे और स्वर्गीय अभिनेता ओम पुरी स्टारर, निर्देशक सुनील सी सिन्हा की फ़िल्म “खेला होबे” रिलीज के लिए तैयार हैं फ़िल्म का ट्रेलर सोशल मीडिया पर रिलीज किया गया हैं । फ़िल्म अग्रणी सिनेमा टेक्नोलोजी कम्पनी यूनाइटेड मीडिया वर्क्स ( यूएमडबल्यू ) फ़िल्म को २४ फ़रवरी को पूरे देश के सिनेमागृह में रिलीज करेगी .
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनावी नारे खेला होबे को पूरे देश में सुर्ख़ियों मिली थी अब इस राजनीतिक स्लोगन पर एक हिंदी फ़िल्म रिलीज़ के लिए तैयार हैं। फिल्म का ट्रेलर निर्माता कुमारी मंजू के द्वारा सोशल मीडिया पर रिलीज किया गया। फिल्म की कहानी और संवाद रवि कुमार ने लिखे हैं और निर्मात्री कुमारी मंजू हैं।
फ़िल्म में केंद्रीय भूमिका में मुग्धा गोडसे नजर आएंगी। ओम् पूरी फिल्म में फरिक़ भाई के किरदार में नज़र आयंगे। एक ऐसा नेता जो पिछले कई सालो चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन हर बार सिर्फ़ हार हाथ लगती हैं लेकिन उन्हें लगता है कि जनता का उन्हें भरपूर समर्थन हैं और उन्हें चुनाव के मैदान में हार नहीं माननी चाहिए। पिछले दिनों फ़िल्म के सेंसर शो के बाद उनके एक संवाद पर सेंसर ने आपत्ति के चलते फिल्म से बाहर कर दिया गया हैं
निर्देशक सुनील सी सिन्हा फ़िल्म के बारे में बताते हैं “खेला होबे एक राजनीतिक और सामाजिक ताने बाने से बना ड्रामा हैं ओम् पूरी के किरदार में एक कम्युनिटी लीडर की इमेज हैं तो दूसरी तरफ़ थोड़ा हास्य भी है। यह फिल्म उनके चाहनेवालो के लिए एक बार फिर ओम् पूरी को बड़े पर्दे पर देखने का अवसर देगी। फिल्म में मुग्धा गोडसे के साथ ही रति अग्निहोत्री, मनोज जोशी की भी महत्वपूर्ण भूमिका हैं।”
आशीष भंडारी और सचिन भंडारी को-फाउंडर एंड ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर , यूनाइटेड मीडिया वर्क्स ने कहा कि “स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं को फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज करने में बहुत मुश्किल होती है और बाज़ार के स्थापित प्लेयर्स के बीच में खुद को मुश्किल हैं खेला होबे के साथ हम फिल्म के बारे में अच्छी जागरूकता के साथ-साथ सिनेमाघरों में फिल्म को रिलीज करने के किफायती तरीके के लिए एक समाधान तैयार कर रहे हैं और फ़िल्म को टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज कर रहे हैं । भविष्य में हम और कई फ़िल्मों के साथ सहयोग करके रिलीज़ करने की योजना पर कार्य कर रहे हैं ।
निर्देशक सुनील सी सिन्हा फ़िल्म के बारे में बताते हैं “खेला होबे एक राजनीतिक और सामाजिक ताने बाने से बना ड्रामा हैं ओम् पूरी के किरदार में एक कम्युनिटी लीडर की इमेज हैं तो दूसरी तरफ़ थोड़ा हास्य भी है। यह फिल्म उनके चाहनेवालो के लिए एक बार फिर ओम् पूरी को बड़े पर्दे पर देखने का अवसर देगी। फिल्म में मुग्धा गोडसे के साथ ही रति अग्निहोत्री, मनोज जोशी की भी महत्वपूर्ण भूमिका हैं।”
आशीष भंडारी और सचिन भंडारी को-फाउंडर एंड ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर , यूनाइटेड मीडिया वर्क्स ने कहा कि “स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं को फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज करने में बहुत मुश्किल होती है और बाज़ार के स्थापित प्लेयर्स के बीच में खुद को मुश्किल हैं खेला होबे के साथ हम फिल्म के बारे में अच्छी जागरूकता के साथ-साथ सिनेमाघरों में फिल्म को रिलीज करने के किफायती तरीके के लिए एक समाधान तैयार कर रहे हैं और फ़िल्म को टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज कर रहे हैं । भविष्य में हम और कई फ़िल्मों के साथ सहयोग करके रिलीज़ करने की योजना पर कार्य कर रहे हैं ।
थीम आर्ट्स इंटरनेशनल और सुनील सी सिन्हा प्रोडक्शन के बैनर तले निर्मित फ़िल्म खेला होबे की निर्मात्री कुमारी मंजू हैं और प्रेजेंटर कथा और संवाद रवि कुमार फिल्म के निर्देशक सुनील सी सिन्हा हैं। फिल्म में ओम् पुरी के साथ मुग्धा गोडसे, मनोज जोशी, रति अग्निहोत्री, रुशद राणा, राज कुमार कनौजिया, संजय बत्रा, संजय कुमार सोनू, रतन मायाल, पंकज रैना, शाहनवाज प्रधान शेफाली, आर्यन और अन्य प्रमुख किरदारों में नज़र आँएगे। फिल्म जल्द ही सिनेमागृह में प्रदर्शित होगी। फिल्म का संगीत संजीव चतुर्वेदी, अजय केशवानी, राकेश त्रिवेदी, हर्ष राज हर्ष ने तैयार किया हैं।
यह कहानी एक ऐसी औरत की जो अपने अस्तित्व की अपने समाज की और अपने परिवार पर हुए जुल्म की ख़ातिर उसका निदान के लिए वो राजनीति में आती है चुनाव लड़ती है वो एक मुद्दा ले कर चलती है। बाक़ी के प्रतिद्वंदी भी अपने अपने मुद्दे के तहत चुनाव लड़ते है कोई सेकूलर के नाम पर कोइ, कोइ विकास के नाम पर अलग अलग मुद्दों पर चुनाव लड़ते ,पर मुद्दा धरा का धरा रह जाता है और खेला हो जाता है फिल्म की महिला किरदार शब्बो को पता चलता है कि इस राजनीति में उसके अपनो के साथ बहुत ग़लत हुआ हैं उसके लिए मेयर के चुनाव से मिली जीत, पावर और पैसे का जश्न मनाना जरूरी नहीं रह जाता हैं। अब उसका लक्ष्य अत्याचार का बदला लेना हैं शब्बो के लिए यह रास्ता मुश्किल और खतरनाक होने वाला हैं ।