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ओज़ोन ग्रुप के पीछे की दूरदृष्टि और नेतृत्व: रियल एस्टेट और परोपकार में उत्कृष्टता का प्रतीक

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अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश), मई 2 : श्री प्रवीन मंगला एक ऐसे समाज के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं जहाँ हर व्यक्ति को सुखद जीवन के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाएं—रोटी, कपड़ा, मकान और उनके मौलिक अधिकार—सुलभ हों। विदेश में बसने के विकल्प के बावजूद उनका आजीवन सपना भारत को उतना ही विकसित और रहने योग्य बनाना रहा है जितना कि कोई विकसित राष्ट्र होता है। उनकी मूल सोच एक ऐसे समुदाय को पोषित करने की है जहाँ स्वच्छ वायु, शुद्ध जल, हरियाली, शांति और अनुशासित जीवनशैली हो।

 

विनम्र शुरुआत और प्रारंभिक संघर्ष

हरियाणा के पलवल जिले के हसनपुर गांव में जन्मे श्री प्रवीन मंगला चार भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। उन्होंने व्यापार की बुनियादी समझ अपने पिता और बड़े भाई की कपड़े व औज़ार की दुकान पर काम करते हुए सीखी। सरल और मिलनसार स्वभाव के कारण वे हमेशा लोकप्रिय रहे। 1983 में उनका परिवार फरीदाबाद आ गया, जहाँ उनके पिता ने हार्डवेयर और प्लंबिंग सप्लाई का व्यवसाय शुरू किया।

 

1988 में जब प्रवीन दसवीं कक्षा में थे, उनके पिता की एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई। पढ़ाई के साथ-साथ वे अपना छोटा सा व्यवसाय भी चला रहे थे और साथ ही अपने भाइयों के क्लीनिंग बिज़नेस में भी मदद करने लगे। इस व्यस्त दिनचर्या के चलते उन्हें उच्च माध्यमिक शिक्षा बीच में ही छोड़नी पड़ी। 1991 और 1994 में व्यापार का विभाजन हुआ और प्रवीन ने स्वतंत्र रूप से काम करना शुरू किया। वह सेकंड-हैंड मोटरसाइकिल और ट्रेन से दिल्ली के चावड़ी बाजार जाते और वहां से सैनिटरी फिटिंग्स लाकर फरीदाबाद के रिटेलर्स को सप्लाई करते।

 

उद्यमिता की शुरुआत: सप्लायर से बिल्डर तक

लगन और मेहनत का फल जल्द ही मिला। छह महीनों के भीतर वे सप्लायर से स्टॉकिस्ट बन गए और उन्होंने ‘पी. के. एंटरप्राइज़ेज़’ नाम से अपना व्यवसाय शुरू किया। 1995 में उनकी शादी हुई और 1996 में उनके मित्र संजीव मदान उनके साझेदार बने। प्रवीन ने पब्लिक रिलेशन, मार्केटिंग और प्रोक्योरमेंट संभाला, जबकि संजीव तकनीकी और कानूनी पक्ष संभालते थे। यह साझेदारी पिछले 26 वर्षों से अधिक समय से चल रही है।

 

1998 तक उनका सैनिटरी व्यवसाय खूब फल-फूल रहा था। 2000 में उन्होंने ठेकेदारी का काम भी शुरू कर दिया और भिवानी में एक कॉलेज की बिल्डिंग में सैनिटरी फिटिंग्स का कार्य किया।

2002 में उन्होंने कंस्ट्रक्शन का कार्य शुरू किया, एक 250 वर्ग गज के प्लॉट पर दो मंज़िलें बनाईं। उनके प्रोजेक्ट तेजी से बढ़ने लगे—एक से दो, फिर चार, आठ और अंततः 16 प्लॉट्स, जिन पर तीन वर्षों में लगभग 200 फ्लैट्स का निर्माण हुआ।

 

ओज़ोन बिल्डर्स की स्थापना और टाउनशिप का विस्तार

2005 में उन्होंने Ozone Builders and Developers Pvt. Ltd. की स्थापना की। 2006 में उन्होंने अलवर (राजस्थान) में ‘पार्क सिटी’ नाम से एक टाउनशिप प्रोजेक्ट शुरू किया, और 2008 में सहस्त्रधारा (देहरादून) में रोपवे व रिसॉर्ट प्रोजेक्ट लॉन्च किया।

 

2009 में उन्होंने अलीगढ़ में Ozone City टाउनशिप की शुरुआत की। 2011 में फरीदाबाद में Ozone House का निर्माण शुरू हुआ। आर्थिक मंदी और कोविड जैसी चुनौतियों के बावजूद विकास निरंतर चलता रहा। 2024 तक पांच चरण पूरे हो चुके हैं और अन्य चरणों के लिए आवेदन दिए जा चुके हैं।

 

2022 में उन्होंने The Golden Estate लॉन्च किया—Ozone City के भीतर 12 एकड़ में फैली एक आलीशान, सुरक्षित, और आधुनिक सुविधाओं से युक्त आवासीय परियोजना। यह प्रोजेक्ट एक लग्ज़री रिसॉर्ट जैसी जीवनशैली प्रदान करता है जिसमें 5-स्टार कंसीयज सेवाएं भी उपलब्ध हैं। कई HNIs ने यहां निवास खरीदे, जिनमें भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह पहले निवासी बने।

 

2024 में Samsara Apartments का निर्माण शुरू हुआ जिसमें 160 आधुनिक और किफायती फ्लैट्स शामिल हैं। यह Ozone City को अलीगढ़ की सबसे बड़ी और सबसे तेजी से विकसित होती टाउनशिप बनाता है।

2025 तक Ozone City में 800+ परिवार रह रहे हैं और कुल 2500+ यूनिट्स बेची जा चुकी हैं। पिछले 3 वर्षों में निवेशकों को 80% से अधिक पूंजीगत लाभ मिला है।

ओज़ोन ग्रुप: उत्कृष्टता की विरासत

 

श्री प्रवीन मंगला के नेतृत्व में Ozone Group एक बहुआयामी संगठन बन गया है, जो नवाचार, भरोसे और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण के लिए जाना जाता है। इसके प्रमुख अंग हैं:

  • Ozone Builders & Developers Pvt. Ltd.
    250 एकड़ में फैली Ozone City को लॉन्च कर शहरी जीवनशैली में क्रांति लाई।

  • Ozone Infraheight Pvt. Ltd.
    2022 में The Golden Estate लॉन्च किया, जो प्रीमियम और निजी जीवनशैली का प्रतीक है।

  • Ozone Foundation and Charitable Trust
    शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल के क्षेत्र में योगदान, छात्रवृत्तियाँ और चिकित्सा सहायता प्रदान करता है।

  • Shree Ganpati Sagar Hill Rise Rope Ladder Pvt. Ltd.
    सहस्त्रधारा व मसूरी में रोपवे और रिसॉर्ट प्रोजेक्ट्स के ज़रिए पर्यटन को बढ़ावा देता है।

  • Arete Construction Pvt. Ltd.
    प्रीमियम हाउसिंग व कमर्शियल प्रोजेक्ट्स का निर्माण करता है।

  • Acumen Maintenance Services Pvt. Ltd.
    सभी संपत्तियों का रखरखाव, सुरक्षा, बिजली व प्लंबिंग सेवाओं का संचालन करता है।

 

सामाजिक उत्तरदायित्व की प्रतिबद्धता

श्री प्रवीन मंगला केवल एक सफल व्यवसायी ही नहीं बल्कि समाजसेवी भी हैं। वे विभिन्न संगठनों में नेतृत्व की भूमिका निभाते हैं:

  • चेयरमैन, CREDAI अलीगढ़ चैप्टर

  • प्रमुख दानदाता, रोटरी क्लब अलीगढ़

  • संस्थापक, Ozone Foundation and Charitable Trust

  • पूर्व अध्यक्ष, Kiwanis Jewels International

  • वरिष्ठ संरक्षक:

    • महाराजा अग्रसेन समिति

    • अखिल भारतीय वैश्य समाज

    • व्यापारी संघर्ष समिति

    • रोज़गार भारती

    • भारत विकास परिषद

    • श्री रामलीला गौशाला समिति

    • श्री अग्रवाल युवा संगठन

    • श्री अग्रवाल सभा

उनकी सामाजिक भागीदारी अलीगढ़ को एक स्मार्ट सिटी बनाने में महत्वपूर्ण रही है।

 

एकता में शक्ति: टीमवर्क की ताकत

रियल एस्टेट में सफलता दूरदृष्टि के साथ एक समर्पित टीम से मिलती है। श्री प्रवीन मंगला और उनकी टीम साझा उद्देश्य में विश्वास रखते हैं।

 

प्रमुख नेतृत्व सदस्य:

  • श्री प्रवीन मंगला – चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक

  • श्री सागर मंगला – निदेशक

  • श्री नमन मंगला – मार्केटिंग हेड

भविष्य की ओर: ओज़ोन ग्रुप का सफर

विभिन्न चुनौतियों के बावजूद ओज़ोन ग्रुप ने कम समय में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। नवाचार, टिकाऊ विकास और सामाजिक योगदान के साथ, यह संगठन विश्वास और प्रगति का प्रतीक बना हुआ है।

 

Ozone Group सिर्फ इमारतें नहीं बनाता—यह भविष्य, भरोसा और संबंधों का निर्माण करता है।

 

अंतिम विचार

ओज़ोन ग्रुप की यात्रा एक प्रेरणा है—महत्वाकांक्षा, सेवा और उत्कृष्टता की। श्री प्रवीन मंगला के दूरदर्शी नेतृत्व में यह कंपनी न केवल परिदृश्य बदल रही है, बल्कि आने वाले उद्यमियों को प्रेरित भी कर रही है।

 

संपर्क विवरण:
फोन: 781-789-1010
पता: Ozone Club, Ozone Road, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश 202001
वेबसाइट्स:
www.ozonebuilders.com
www.ozonecity.in
www.thegoldenestate.in

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ताज इंडियन ग्रुप अपने परिचालन के पहले वर्ष में ही भारत के शीर्ष 4 जूस निर्यातकों में हुआ शामिल   

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मुंबई :  भारतीय मूल के उद्यमियों द्वारा स्थापित पोलैंड स्थित FMCG कंपनी ताज इंडियन ग्रुप ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए वैश्विक आयात-निर्यात डेटा के अनुसार अपने परिचालन के पहले वर्ष में ही HS कोड 22029920 के तहत भारत के शीर्ष चार जूस निर्यातकों में स्थान पाने का उल्लेखनीय गौरव हासिल किया है।
यह विशिष्ट HS कोड फलों के गूदे या फलों के रस-आधारित पेय पदार्थों से संबंधित है। पारले एग्रो ने सूची में शीर्ष स्थान प्राप्त किया, जबकि ताज इंडियन ग्रुप ने चौथा स्थान प्राप्त किया।
ताज इंडियन ग्रुप के संस्थापक हरप्रीत सिंह ने कहा, “गुजरात से फलों के रस और स्पार्कलिंग ड्रिंक जैसे हमारे अनुबंध-निर्मित गैर-अल्कोहल राईना जूस पदार्थों को लॉन्च करने के सिर्फ़ एक साल के भीतर, प्रीमियम फलों से बने हमारे गूदे-आधारित उत्पाद पूरे यूरोप में तुरंत पसंदीदा बन गए।” “हमने अब भारत और यूरोप के बीच एक विश्वसनीय और कुशल निर्यात-आयात आपूर्ति श्रृंखला बनाई है और कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में सक्रिय रूप से विस्तार कर रहे हैं।
मुंबई में ताज इंडियन द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आकाश एंटरप्राइजेज के मालिक और पुणे के सुपर स्टॉकिस्ट आकाश दिलीप सोलापुरे भी शामिल हुए, जिन्होंने ब्रांड की क्षमता पर भरोसा जताया और कहा कि ताज इंडियन ग्रुप ने सिर्फ़ एक साल में जो हासिल किया है, वह किसी असाधारण उपलब्धि से कम नहीं है। एक भागीदार के रूप में, मैंने खुद देखा है कि कैसे उपभोक्ता इन उत्पादों के स्वाद और गुणवत्ता को पसंद कर रहे हैं। भारत में, कंपनी के उत्पाद अब 12 प्रमुख शहरों और पाँच राज्यों: महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, असम और पश्चिम बंगाल में 5,000 से ज़्यादा खुदरा दुकानों में उपलब्ध हैं। सह-संस्थापक और सीईओ गौतम कुमार ने कंपनी की आक्रामक घरेलू विकास योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य 15 और राज्यों और 30 शहरों में विस्तार करना है, जिसमें प्रीमियम भारतीय मसालों, स्नैक्स, बेकरी आइटम और रेडी-टू-ईट भोजन में 300 से ज़्यादा SKU की विविधतापूर्ण सूची शामिल है। उत्पादन को और बढ़ावा देने तथा मेक इन इंडिया पहल का समर्थन करने के लिए, कंपनी गुजरात में ₹50 करोड़ की लागत वाली एक मिनी फ़ूड पार्क परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण के अंतिम चरण में है, जिसे निजी इक्विटी तथा सरकारी अनुदान के मिश्रण से वित्तपोषित किया जाएगा।
5-6 एकड़ में फैले इस फ़ूड पार्क में 7-8 एकीकृत इकाइयाँ होंगी, जिनकी दैनिक उत्पादन क्षमता निम्न प्रकार होगी:
जूस और पेय पदार्थ: 50,000 लीटर
मसाले: 10 मीट्रिक टन
स्नैक्स और बेकरी: 5 मीट्रिक टन
रेडी-टू-ईट भोजन: 25,000 पैक
इस पहल से 500 प्रत्यक्ष तथा 800 अप्रत्यक्ष नौकरियाँ सृजित होने की उम्मीद है।
प्रेस वार्ता के दौरान अनिरुद्ध चौधरी, टीम लीड – पुणे तथा महबूब भट्टी, बिज़नेस ग्रोथ पार्टनर – मुंबई सहित टीम के प्रमुख सदस्य उपस्थित थे, जो दोनों ही कंपनी के क्षेत्रीय विस्तार प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पंकज देशमुख (देशमुख वितरक) ठाणे के अधिकृत सुपर स्टॉकिस्ट हैं, जो महाराष्ट्र में अपनी उपस्थिति को मजबूत कर रहे हैं।
ताज इंडियन ग्रुप एक 100% बूटस्ट्रैप्ड उद्यम बना हुआ है जिसका कॉर्पोरेट कार्यालय मुंबई में है। कंपनी अब रणनीतिक और वित्तीय साझेदारी के लिए तैयार है क्योंकि यह विकास के अगले चरण की तैयारी कर रही है
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दिल्ली के पास, जेवर एयरपोर्ट से मात्र 100 किमी से भी कम की दूरी पर एक मस्ट एक्सप्लोर रिज़ॉर्ट

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अलीगढ़, 9 जून : जब गर्मी, धूल और शोरगुल से परेशान होकर आपका मन एक शांत, हरियाली से भरपूर जगह पर जाने का करे, लेकिन लंबी यात्रा का समय और थकावट आपको रोक दे—तब आपके लिए सबसे उपयुक्त स्थान है हर्ष उद्यान रिज़ॉर्ट, जो दिल्ली के 150 किलोमीटर एरिया में स्थित है। यह स्थान न केवल प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है, बल्कि सुविधाओं के मामले में भी किसी पहाड़ी पर्यटन स्थल से कम नहीं।

1. हर्ष उद्यान रिज़ॉर्ट – परिचय

हर्ष उद्यान रिज़ॉर्ट उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के कासिमपुर इलाके में स्थित है। इसका नाम “हर्ष” और “उद्यान” का मेल है, यानी “खुशियों का बाग़”। यह नाम अपने आप में इस रिज़ॉर्ट के अनुभव को बयान करता है—शांति, सुंदरता और आनंद।

इसका वातावरण उत्तराखंड की वादियों की याद दिलाता है। अगर आप पहाड़ों तक नहीं जा सकते, तो यह जगह आपका वही सपना पूरा कर सकती है—वो भी बिना 10 घंटे गाड़ी चलाए।

2. भौगोलिक विशेषता: दिल्ली से सिर्फ 150 किलोमीटर

इस रिज़ॉर्ट की सबसे बड़ी खासियत इसकी सुगमता है। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद या फरीदाबाद से यहाँ पहुँचना बेहद आसान है। महज तीन से चार घंटे की ड्राइव में आप ट्रैफिक और तनाव को पीछे छोड़कर प्रकृति की गोद में पहुँच सकते हैं।

3. वास्तुशिल्प और डिज़ाइन

रिज़ॉर्ट की संरचना आधुनिक शैली में है, लेकिन इसमें ग्रामीण और पारंपरिक भारतीय वास्तुकला की झलक भी मिलती है। इमारतों में पत्थरों की सजावट, लकड़ी की छतें और खुला वातावरण यहाँ की सुंदरता को चार चाँद लगाते हैं।

रिज़ॉर्ट के चारों ओर हरियाली और छोटे झीलों का जाल इसे और भी खूबसूरत बनाता है।

4. आवास – आराम और रॉयल्टी का मेल

हर्ष उद्यान रिज़ॉर्ट में उपलब्ध कमरों को तीन भागों में बाँटा गया है:

a) डीलक्स रूम

ये कमरे हर तरह की आधुनिक सुविधा से लैस हैं। ये एकल या युगल यात्रियों के लिए उत्तम हैं। इनमें साफ-सुथरे बाथरूम, केबल टीवी, मिनी फ्रिज, और 24×7 हाउसकीपिंग की सुविधा उपलब्ध है।

b) सुपर डीलक्स रूम (किंग साइज बेड)

थोड़ी और भव्यता चाहने वालों के लिए ये कमरे उपयुक्त हैं। बड़े परिवार या जोड़े यहाँ आराम से ठहर सकते हैं। इन कमरों से बाहर का दृश्य बहुत ही आकर्षक होता है।

c) रिवर व्यू विला (प्राइवेट पूल के साथ)

यहाँ आकर आपको लगता है जैसे आप किसी हिल स्टेशन पर हों। प्राइवेट पूल, बालकनी से नदी का दृश्य और पूरी गोपनीयता का अनुभव इन विला को खास बनाता है।

5. खानपान – स्वाद और सेहत का संगम

रिज़ॉर्ट में एक प्रीमियम मल्टी-कुज़ीन रेस्टोरेंट है जहाँ भारतीय, कॉन्टिनेंटल, चाइनीज़ और मुगलई व्यंजन परोसे जाते हैं। ताजगी से तैयार किए गए भोजन, ऑर्गैनिक सब्जियाँ और उत्तर प्रदेश की स्थानीय मिठाइयों का स्वाद यहाँ के आकर्षणों में से एक है।

 

6. मनोरंजन और गतिविधियाँ

छुट्टियों का मतलब सिर्फ आराम ही नहीं, बल्कि कुछ रोमांच भी होता है। हर्ष उद्यान रिज़ॉर्ट ने इसे बखूबी समझा है।

a) इंडोर और आउटडोर गेम्स:

  • टेबल टेनिस, कैरम, लूडो

  • बैडमिंटन, क्रिकेट, वॉलीबॉल

b) स्विमिंग पूल:

  • परिवार और बच्चों के लिए अलग-अलग पूल क्षेत्र

c) बच्चों के लिए:

  • स्लाइड्स, झूले और बाल रूम

d) लाइव म्यूज़िक और फोक नाइट:

  • सप्ताहांत पर लोकगीत, डीजे नाइट और बैंड परफॉर्मेंस

7. शादी और इवेंट्स

  • विशाल वेडिंग वेन्यू: रिज़ॉर्ट का 4000 वर्ग फीट का बैंक्वेट हॉल हर मौसम के अनुकूल है। यह इनडोर और आउटडोर शादी समारोह, मेहंदी, संगीत और रिसेप्शन के लिए बेहतरीन है।

  • कॉर्पोरेट इवेंट्स: क्लासरूम स्टाइल मीटिंग रूम, प्रोजेक्टर, वाई-फाई, और कैटरिंग की सुविधा इसे कॉर्पोरेट मीटिंग्स के लिए भी आदर्श बनाती है।

8. पास के दर्शनीय स्थल

  • अलीगढ़ किला: इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए एक बेहतरीन स्थल।

  • अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय: भारत के प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों में से एक, जिसकी वास्तुकला देखने योग्य है।

  • गंगा घाट (30-40 किमी दूर): धार्मिक यात्रियों के लिए एक पवित्र स्थान।

9. कैसे पहुँचें?

  • सड़क मार्ग से: दिल्ली से यमुना एक्सप्रेसवे होते हुए हाथरस रोड से सीधे कासिमपुर।

  • रेल मार्ग से: अलीगढ़ जंक्शन से टैक्सी या ऑटो से मात्र 20 मिनट।

10. संपर्क सूत्र

  • वेबसाइट: www.harshudyanresort.com

  • फ़ोन: +91 9149375268

  • ईमेल: info@harshudyanresort.com

  • पता: कासिमपुर, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश – 202127

निष्कर्ष: अगर आप कम बजट में, कम समय में और कम थकावट में पहाड़ों जैसा सुकून पाना चाहते हैं—तो हर्ष उद्यान रिज़ॉर्ट आपके लिए बिल्कुल परफेक्ट है। यहाँ का वातावरण, सुविधा, सेवा और स्वाद सब कुछ मिलकर एक यादगार अनुभव बनाते हैं।

दिल्ली के पास, उत्तराखंड जैसा एहसास अब दूर नहीं। बस गाड़ी उठाइए, और चल पड़िए हर्ष उद्यान की ओर—जहाँ हर दिन एक उत्सव है।

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वसई-विरार में डिजिटल क्रांति की शुरुआत: अमन पब्लिसिटी सर्विसेज़ ने शुरू किया नया निवेश मॉडल

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यह योजना केवल एक व्यावसायिक मॉडल नहीं है, बल्कि आम नागरिकों को स्मार्ट सिटी के डिजिटल विकास में भागीदार बनाने की एक पहल है। अजय चौधरी का मानना है कि ‘डिजिटल इंडिया’ तभी सफल होगा जब आम जनता उसमें सक्रिय रूप से शामिल हो। उनका उद्देश्य है कि हर निवेशक महसूस करे कि वह अपने शहर के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का मालिक और सहयोगी है।

मुंबई (महाराष्ट्र), जून 9 :  भारत में डिजिटल प्रगति और शहरी विज्ञापन के बढ़ते प्रभाव के बीच, एक नई और अनोखी योजना ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। अमन पब्लिसिटी सर्विसेज़, जिसने वर्षों से महाराष्ट्र में विज्ञापन और जनसंपर्क के क्षेत्र में एक मजबूत पहचान बनाई है, अब एक नए कदम के साथ सामने आई है।

कंपनी के संस्थापक अजय चौधरी और उनकी टीम ने निक्सर मीडियावाले (DSA of The Times Group) के सौजन्य से वसई-विरार महानगरपालिका क्षेत्र में एक विशेष डिजिटल आउटडोर होर्डिंग निवेश मॉडल शुरू किया है। यह योजना खास तौर पर उन लोगों के लिए तैयार की गई है जो सुरक्षित, पारदर्शी और दीर्घकालिक आमदनी का साधन ढूंढ रहे हैं।

देश डिजिटल हो रहा है। हर गली, हर चौराहे पर आज विज्ञापन की होड़ है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन चमकते डिजिटल होर्डिंग्स का मालिक कौन होता है ? क्या आम लोग भी इनसे कमाई कर सकते हैं ?

 

अजय चौधरी, जिन्होंने अमन पब्लिसिटी की नींव 2000 में रखी थी, कहते हैं:

“हमने देखा कि शहरी इलाकों में डिजिटल विज्ञापन का बाजार तेज़ी से बढ़ रहा है। लेकिन इसका फायदा सिर्फ बड़ी कंपनियों और एजेंसियों को मिल रहा था। हमने सोचा, क्यों न आम नागरिक को इसका हिस्सा बनाया जाए ? इसी सोच से यह निवेश मॉडल तैयार हुआ।”

यह योजना वसई-विरार के प्रमुख क्षेत्रों में 100 से 500 डिजिटल होर्डिंग्स लगाने की है। हर होर्डिंग 10×20 फीट का होगा और इन्हें मुख्य बाज़ारों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, कॉलेजों और शॉपिंग मॉल्स के पास स्थापित किया जाएगा।

मुख्य लाभ:

  • प्रत्येक निवेशक को एक डिजिटल होर्डिंग का मालिकाना हक मिलेगा।

  • हर महीने ₹25,000 की पक्की कमाई (₹25 लाख निवेश पर)।

  • निवेश की अवधि 5 साल होगी।

  • 5 साल बाद पूरी राशि की वापसी या फिर निवेश बढ़ाने का विकल्प मिलेगा।

  • बड़े निवेशकों के लिए ₹50 लाख, ₹75 लाख और ₹1 करोड़ के विकल्प भी उपलब्ध हैं।

इस योजना को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि निवेशक को हर महीने फिक्स्ड रिटर्न मिल सके, साथ ही विज्ञापन से होने वाली अतिरिक्त कमाई से भी लाभ मिले।

यह योजना पूरी तरह से कानूनी सुरक्षा और पारदर्शी सिस्टम के तहत संचालित की जा रही है। हर निवेशक को निम्नलिखित दस्तावेज़ दिए जाएंगे:

  • संपत्ति स्वामित्व संबंधी दस्तावेज़। निवेश अनुबंध। भुगतान शेड्यूल। बायबैक विकल्प। GST और TDS सहित टैक्स अनुपालन की व्यवस्था।

भविष्य में किसी भी तरह की परेशानी से बचाने के लिए पूरी प्रक्रिया कंपनी के लीगल और फाइनेंशियल कंसल्टेंट्स की निगरानी में पूरी की जाती है।

 

अजय चौधरी कहते हैं:

“यह सिर्फ एक कमर्शियल योजना नहीं है। हमारा उद्देश्य है आम नागरिकों को स्मार्ट सिटी इन्फ्रास्ट्रक्चर में सीधा हिस्सा देना। जब हर कोई कहता है ‘डिजिटल इंडिया’, तो उसमें आम जनता की भागीदारी भी जरूरी है। हम चाहते हैं कि हर निवेशक महसूस करे कि वह अपने शहर के डिजिटल विकास में एक भागीदार है।”

वसई-विरार, जो अब मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) का हिस्सा है, एक तेजी से विकसित होता शहरी क्षेत्र है। यहां की जनसंख्या घनत्व, व्यावसायिक गतिविधियां, परिवहन संपर्क और युवाओं की संख्या इस योजना को सफल बनाने के लिए आदर्श माहौल प्रदान करती हैं।

यह क्षेत्र न केवल व्यवसाय के लिए तैयार है, बल्कि यहां के नागरिक भी डिजिटल अवसंरचना और आधुनिकता को सहजता से अपना रहे हैं। हर होर्डिंग में 12 अलग-अलग ब्रांड्स को विज्ञापन दिखाने के लिए स्लॉट मिलेंगे। इससे यह सुनिश्चित होगा कि विज्ञापनदाता बदलते रहें और आमदनी लगातार बनी रहे। यह एक मल्टी-सोर्स रेवेन्यू मॉडल है, जो निवेशक के लिए स्थिरता और लाभदायक स्थिति बनाए रखता है।

यह योजना विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो अपने धन को सुरक्षित, निष्क्रिय और नियमित रिटर्न देने वाले विकल्प में लगाना चाहते हैं:

  • सेवानिवृत्त लोग। नौकरीपेशा लोग। कारोबारी। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर। उच्च नेटवर्थ व्यक्ति (HNIs)। इस मॉडल की खास बात यह है कि यह जोखिम से काफी हद तक सुरक्षित है क्योंकि यह रीयल एसेट आधारित निवेश है।

पहले चरण के 50 होर्डिंग्स के लिए कंपनी ने अनुमानित कुल लाभ ₹35.3 करोड़ रखा है (5 वर्षों में)।
मासिक भुगतान की कुल ज़िम्मेदारी ₹22.2 लाख होगी, जो विज्ञापन से प्राप्त आमदनी से आसानी से कवर हो जाएगी।

अतिरिक्त लाभ को रिज़र्व फंड, विस्तार योजनाओं और फिर से निवेश के लिए उपयोग किया जाएगा।

कैसे शुरू करें निवेश ?

  1. ₹5 लाख की बुकिंग फीस के साथ आवेदन करें। दस्तावेज़ सत्यापन और होर्डिंग का आवंटन किया जाएगा। बाकी राशि का भुगतान होर्डिंग इंस्टाल होने से पहले किया जाएगा। निवेश शुरू होने के साथ ही मासिक आय मिलना शुरू हो जाएगी।

अजय चौधरी बताते हैं कि यह योजना वसई-विरार में सफलता के बाद ठाणे, मुंबई, नवी मुंबई, कल्याण और पुणे जैसे शहरों में भी शुरू की जाएगी। उनके अनुसार:

“हम एक ऐसा नेटवर्क तैयार करना चाहते हैं जिसमें हर शहर के नागरिक स्थानीय डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के मालिक बनें। आने वाला समय ऐसे ही स्मार्ट निवेशों का है।”

भारत जैसे देश में, जहाँ आम आदमी को सुरक्षित निवेश के विकल्प कम मिलते हैं, वहाँ यह योजना एक नई आशा लेकर आई है। अमन पब्लिसिटी की यह पहल एक ऐसा मंच प्रदान कर रही है, जहाँ डिजिटल अवसंरचना, स्थिर आमदनी और कानूनी सुरक्षा – तीनों चीजें एक साथ मिलती हैं।

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