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अल्लाहबादिया IVF: डॉ. गौतम अल्लाहबादिया (Dr. Gautam Allahbadia) ने अपने वर्षों के अनुभव के आधार पर दुबई में खोला एक अत्याधुनिक IVF केंद्र

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मातृत्व को हमेशा एक परम उपहार और एक गहन और कठिन यात्रा के रूप में वर्णित किया जाता है और यह यात्रा अद्वितीय आनंद, उद्देश्य और परिपूर्णता लाती है। अकसर लोगों के लिए, माता-पिता बनने का यह मार्ग काफी सीधा रहता है, लेकिन कई लोगो के लिए, मातृत्व का यह मार्ग चुनौतियों से भरा होता है।

 

अनिश्चितता के इस समय में, एक प्रजनन विशेषज्ञ (fertility specialist) की विशेषज्ञता और देखभाल मातृत्व की चुनौतियों में काफी अंतर ला सकती है। डॉ. गौतम अल्लाहबादिया, एक विश्व प्रसिद्ध प्रजनन एंडोक्रिनोलॉजिस्ट और बांझपन विशेषज्ञ है, इन्होने अपना करियर लोगो के माता-पिता बनने के सपनों को साकार करने में मदद करने के लिए समर्पित कर दिया है।

डॉ. अल्लाहबादिया का प्रजनन उपचार के प्रति दृष्टिकोण काफी तकनीकी और वैज्ञानिक पहलुओं से परे है। वह किसी व्यक्ति पर पड़ने वाले भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक भार को समझते हैं जोकि बांझपन के द्वारा लोगो पर अकसर डाला जाता है क्यूँकि बांझपन को एक समाजिक बुराई माना जाता है। डॉ. अल्लाहबादिया का सबके लिए सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण उनके अभ्यास के केंद्र में विद्यमान है, जहाँ वे अत्याधुनिक तकनीक को रोगी की भलाई के लिए इस्तेमाल करते है ताकि रोगी का अधिक से अधिक भला हो सके और वह अपने मातृत्व के सपने को साकार कर सके।

 

हाल ही में, डॉ. अल्लाहबादिया ने दुबई में अपना एक नया अत्याधुनिक आईवीएफ क्लिनिक, जिसका नाम ‘अल्लाहबादिया फर्टिलिटी क्लिनिक’ है, लॉन्च किया है। यह क्लिनिक प्रजनन उपचार को आगे बढ़ाने के उनके प्रयासों और उद्देश्यों का प्रतिनिधित्व करता है और उनके शानदार करियर में एक और महत्वपूर्ण मील के पत्थर का कार्य करता है। दशकों के उनके सराहनीय कार्य और दयालु रोगी देखभाल के आधार पर, डॉ. अल्लाहबादिया प्रजनन उपचार के क्षेत्र को और आगे ले जाने का नेतृत्व कर रहे हैं।

नवाचार और करुणा की विरासत

डॉ. अल्लाहबादिया अल्ट्रासाउंड निर्देशित भ्रूण स्थानांतरण पर एक विश्व विख्यात विशेषज्ञ हैं और दक्षिण पूर्व एशिया में न्यूनतम उत्तेजना आईवीएफ के अग्रदूतों में से एक हैं। उनके काफी बड़े दृष्टिकोण ने प्रजनन चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है, जिससे अनगिनत परिवारों को आशा की किरण मिली है। अपने करियर के दौरान, वे नए प्रजनन-बढ़ाने वाले प्रोटोकॉल विकसित करने और भ्रूण स्थानांतरण प्रक्रियाओं में अल्ट्रासाउंड के उपयोग को बढ़ावा देने में सहायक रहे हैं।

प्रजनन चिकित्सा में डॉ. अल्लाहबादिया का योगदान आम चिकिस्तकों के ​​योगदान से परे है। उन्हें रोम और इटली जैसे बड़े शहरों में मुख्यालय वाले वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ रिप्रोडक्टिव मेडिसिन (WARM) का उपाध्यक्ष चुना गया है, और उन्होंने 2004 में WARM की दूसरी विश्व कांग्रेस के वैज्ञानिक अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया है। उनके नेतृत्व और समर्पण ने उन्हें उन्नत प्रजनन तकनीकों में 400 से अधिक चिकित्सकों के प्रशिक्षक के रूप में वैश्विक मान्यता दिलाई है।

अल्लाहबादिया फर्टिलिटी क्लिनिक में मिलेगा अत्याधुनिक प्रजनन समाधान

दुबई में खोल गया यह नया फर्टिलिटी क्लिनिक प्रजनन उपचारों की एक व्यापक श्रृंखला प्रदान करता है, जो अलग-अलग रोगीयों की अलग-अलग आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है। इस क्लिनिक में प्रदान की जाने वाली सेवाओं में ICSI के साथ IVF शामिल है, जो सफलता का प्रतिशत बढ़ाने के लिए इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) को इंट्रासाइटोप्लाज़मिक स्पर्म इंजेक्शन (ICSI) के साथ जोड़ती है।

इसके अतिरिक्त, क्लिनिक IVF लाइट प्रदान करता है, यह एक न्यूनतम उत्तेजना IVF दृष्टिकोण है जो रोगियों पर शारीरिक और वित्तीय तनाव को कम करता है। अपने परिवार के भीतर वांछित लिंग संतुलन प्राप्त करने की चाह रखने वालों के लिए, परिवार संतुलन सेवाओं में उन्नत प्रजनन तकनीकों का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, क्लिनिक व्यापक ​​​​सेवाएँ प्रदान करता है, जो प्रजनन समस्याओं का सटीक निदान करने और बार-बार होने वाली गर्भावस्था के नुकसान को दूर करने के लिए नवीनतम 3D/4D ट्रांसवेजिनल अल्ट्रासाउंड तकनीक का उपयोग भी करता है।

फर्टिलिटी क्लिनिक में मिलेंगी उन्नत संरक्षण तकनीकें

डॉ. अल्लाहबादिया का क्लिनिक लम्बे परिवार नियोजन और प्रजनन क्षमता के संरक्षण का समर्थन करने के लिए बढ़िया संरक्षण तकनीकें भी प्रदान करता है। ऐसी ही एक सेवा है एग फ्रीजिंग, जो महिलाओं को भविष्य के परिवार नियोजन के लिए अपनी प्रजनन क्षमता को संरक्षित करने की अनुमति देती है। एग फ्रीजिंग तकनीक का उपयोग उन लोगो द्वारा किया जाता है जो व्यक्तिगत, पेशेवर या चिकित्सा कारणों से माता-पिता बनने में देरी करना चाहते हैं।

इसके अतिरिक्त, क्लिनिक कैंसर रोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण सेवा, गैमेट्स की ऑन्को-फ्रीजिंग प्रदान करता है। इस तकनीक में कीमोथेरेपी या विकिरण जैसे उपचारों से गुजरने से पहले शुक्राणु या अंडे को फ्रीज करना शामिल है, जो संभावित रूप से प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है। यह सेवा प्रदान करके, डॉ. अल्लाहबादिया का क्लिनिक सुनिश्चित करता है कि गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना कर रहे रोगियों के पास अभी भी माता-पिता बनने की अपनी भविष्य की संभावनाओं को संरक्षित करने का अवसर हो।

मरीजों के प्रति दयालु भावना और प्रतिबद्धता

क्लीनिक में किया गया हर सफल प्रजनन उपचार सबसे कीमती उपहार का रूप लेता है और वह है: जीवन का उपहार। डॉ. गौतम अल्लाहबादिया ने पाँच महाद्वीपों में 10,000 से अधिक IVF सफलता की कहानियों की देखरेख की है, जिनमें से प्रत्येक उनके असाधारण कौशल, अटूट समर्पण और दयालु देखभाल का प्रमाण है।

उनके काम ने अनगिनत परिवारों की जरूरतों को पूरा करके उन परिवारों को अपार खुशी दी है और प्रजनन चिकित्सा में जो संभव है उसकी सीमाओं को आगे बढ़ाया है। मातृत्व एक पवित्र यात्रा है, जो अपार खुशी और तृप्ति लाती है। डॉ. अल्लाहबादिया की व्यक्तियों और जोड़ों को माता-पिता बनने के उनके सपनों को पूरा करने में मदद करने की दृढ़ सोच मातृत्व के इस परम उपहार की शक्ति में उनके विश्वास को रेखांकित करती है। अपने अग्रणी कार्य और दयालु दृष्टिकोण के माध्यम से, वे उन लोगों के जीवन को गहराई से प्रभावित करना जारी रखेंगे हैं जिनकी वे सेवा करते हैं, दुनिया भर के परिवारों को आशा और नई शुरुआत प्रदान करते है।

 

 

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मेगामॉडल वैशाली भाऊरजार को तीन बार सम्मानित कर चुके हैं सिंगर उदित नारायण

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मुंबई : नेशनल लेवल ग्लैडरैग्स मेगामॉडल अचीवर और ब्यूटी आइकन वैशाली भाऊरज़ार लीजेंड दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड 2025 से सम्मानित हुई हैं। इस अवॉर्ड शो का आयोजन मुंबई स्थित क्लासिक क्लब में हुआ। प्रसिद्ध बॉलीवुड गायक पद्मश्री उदित नारायण के हाथों उन्हें यह सम्मान मिला। यह तीसरी दफा है जब उन्हें उदित नारायण के हाथों सम्मान प्राप्त हुआ है। इससे पहले भी वैशाली को पद्मश्री उदित नारायण के हाथों सुपर ह्यूमन एक्सीलेंस अवार्ड 2024 और मुम्बई ग्लोबल की ओर से अखण्ड भारत गौरव अवार्ड 2024 का अवार्ड मिल चुका है।
लीजेंड दादा साहेब फाल्के अवार्ड में सिंगर सुदेश भोसले, संगीतकार दिलीप सेन, अभिनेता अली खान, सानंद वर्मा और एसीपी संजय पाटिल के अलावा बॉलीवुड के कई नामचीन शख्सियत मौजूद थे। वैशाली राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई अवॉर्ड से सम्मानित हो चुकी है। कुछ समय पहले ही उन्हें नेहरू युवा केन्द्र मुम्बई द्वारा महाराष्ट्र मिनिस्ट्री ऑफ युथ अफेयर्स एंड स्पोर्ट्स की ओर से राष्ट्रीय सम्मान चिन्ह प्राप्त हुआ था। वैशाली आज बड़ी ब्रांडो का पसंदीदा चेहरा बन गयी है। मेगामॉडल वैशाली भाऊरज़ार को पद्मश्री उदित नारायण की पत्नी दीपा नारायण के हाथों मिस इंडिया विनर का अवार्ड मिल चुका है। इस ब्यूटी पेजेंट शो की वह विनर रही।
वर्तमान समय में मेगा मॉडल वैशाली का परफॉर्मेंस उच्च दर्जे का है। वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियां और ख्याति प्राप्त कर रही हैं। अपनी विशेष खूबियों और कौशल के कारण कई राज्यस्तरीय और राष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिताओं में जीत हासिल कर चुकी है। कुछ समय पहले एक एनजीओ के साथ मिलकर बॉलीवुड महाआरोग्य कैम्प के आयोजन में उनकी सहभागिता भी देखी गई, जहाँ बॉलीवुड तथा मीडिया के लोगों के लिए निःशुल्क चिकित्सीय सेवायें उपलब्ध कराई गई थी। उन्होंने कोविड के समय कोविड प्रोडक्ट्स की ब्रांडिंग के विज्ञापन भी किये हैं। जन जागरूक करने वाले विज्ञापन हैं जैसे डोंट ड्रिंक एंड ड्राइव के प्रति सतर्कता आदि। साथ ही बीएसएनएल और कई छोटे बड़े विज्ञापन भी उन्होंने किये हैं।
वैशाली ने एक छोटे से शहर से लेकर महानगर में अपनी छवि बनाने के लिए काफी मेहनत की है। वैसे उनकी मॉडल बनने की कहानी काफी दिलचस्प और प्रेरणादायक है। वैशाली प्रारंभ में एयर होस्टेस बनना चाहती थी और वह बनी भी। किंगफिशर एयरलाइंस के साथ उन्होंने एक्स कैबिन क्रू (एयरहोस्टेस) के रूप में काम भी किया। आज अपनी मेहनत और किस्मत के कारण नेशनल लेवल अचीवर है। वह अपनी कड़ी मेहनत और लगन से लगातार अपने कर्मपथ आगे बढ़ रही है और कई ब्रांड्स व युवाओं का पसंदीदा चेहरा बन रही है।
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स्वच्छता, पवित्रता, प्रसन्नता, स्वतंत्रता और असंगता, यही सच्चे साधु के पंचतत्व हैं: मोरारी बापू

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अहमदाबाद (गुजरात), जून 16 :लगाजरडा में श्रीमती नर्मदाबा के भंडारे में विमान दुर्घटना के पीड़ितों को श्रद्धांजलि के साथ मोरारी बापू ने संतोंमहंतों की उपस्थिति में व्यक्त किए भाव।

 

दिनांक 13 जून की संध्या को तलगाजरडा में प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु और राम कथा वाचक मोरारी बापू की धर्मपत्नी श्रीमती नर्मदाबा के भंडारे के अवसर पर, संतों और महंतों की उपस्थिति में बापू ने सभी के प्रति अपनी भावनाएँ प्रकट कीं और कहा कि स्वच्छता, पवित्रता, प्रसन्नता, स्वतंत्रता और असंगता, यही साधु के पंचतत्व हैं।

 

अहमदाबाद विमान दुर्घटना की पीड़ा और दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि देते हुए, पूज्य मोरारी बापू ने एक आदर्श साधु की परिभाषा देते हुए कहा कि ये पंच गुण एक सच्चे साधु की पहचान हैं। उन्होंने प्रत्येक तत्व पर संक्षिप्त रूप से प्रकाश डाला और जोड़ा कि साधु लाभ के लिए नहीं, बल्कि शुभ के लिए कार्य करता है। उन्होंने यह भी कहा कि समाज द्वारा साधु के प्रति श्रद्धा रहती है, परंतु साधु को सहनशील भी होना पड़ता है।

 

इस भंडारे में श्री सतुआ बाबा, श्री अंशु बापू, श्री दुर्गादास बापू, श्री ललितकिशोर महाराज, श्री जानकीदास बापू, श्री राम बालकदासजी बापू, श्री निर्मला बा, श्री निजानंदजी स्वामी, श्री दलपतराम पधियारजी, श्री दयागीरी बापू, श्री जयदेवदासजी, श्री राजेंद्रप्रसाद शास्त्री, श्री रामेश्वरदासजी हरियाणी, श्री भक्तिराम बापू, श्री घनश्याम बापू आदि अनेक संत, महंत और कथाकार उपस्थित थे।

 

भंडारे की विधि में मोरारी बापू और चित्रकूटधाम परिवार के समन्वय से सभी ने प्रार्थना और प्रसाद ग्रहण किया। विमान दुर्घटना को ध्यान में रखते हुए संतवाणी के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं। पूज्य मोरारी बापू ने इस कार्यक्रम को विमान दुर्घटना में दिवंगत आत्माओं को समर्पित किया।

 

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गांव से राष्ट्र निर्माण तक,कपिल शर्मा की प्रेरणादायक कहानी

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नई दिल्ली : भारत में विकास की परिभाषा अक्सर बड़ी इमारतों, हाईवे और चमचमाते शहरों से जुड़ी होती है। लेकिन इन सबके पीछे वो लोग होते हैं, जो बिना चर्चा में आए, देश की असली नींव मजबूत करते हैं। कपिल शर्मा एक ऐसे ही सच्चे निर्माता हैं—जिनकी यात्रा खेतों और धूल भरी गलियों से शुरू होकर देश की सबसे चुनौतीपूर्ण परियोजनाओं तक पहुँची है।

 

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के एक सामान्य किसान परिवार में जन्मे कपिल ने बचपन में कठिनाइयों को नज़दीक से देखा। गांव में टूटी सड़कों, बरसात में बहते रास्तों और अनियमित जल आपूर्ति जैसी समस्याएं उनके जीवन का हिस्सा थीं। लेकिन उन्होंने इन परेशानियों को जीवन की बाधा नहीं, बदलाव की प्रेरणा बनाया।

 

शिक्षा और मेहनत के दम पर उन्होंने इंफ्रास्ट्रक्चर और निर्माण में करियर चुना—और उन चुनौतियों की ओर बढ़े जहां ज़्यादातर लोग रुक जाते हैं।

 

टनकपुर नदी मोड़ परियोजना उनकी काबिलियत की असली परीक्षा थी। बाढ़ प्रभावित यह इलाका अत्यंत जोखिमभरा था। जहाँ कई कंपनियों ने पीछे हटने का फैसला किया, वहीं कपिल ने लीड लिया। उन्होंने न केवल परियोजना को समय से पहले पूरा किया, बल्कि सुरक्षा और गुणवत्ता के नए मानक भी स्थापित किए। इस सफलता ने उन्हें देशभर में जल संरचना विशेषज्ञ के रूप में एक अलग पहचान दी।

 

इसके बाद उनका सफर केवल आगे बढ़ता गया। उत्तर भारत की बर्फीली पहाड़ियों से लेकर सुदूर गांवों तक, कपिल ने ऐसे प्रोजेक्ट पूरे किए जो आम लोगों के जीवन में असली बदलाव लाते हैं। उनके बनाए पुल, बांध और सड़कों से अब न केवल लोग सुरक्षित यात्रा कर पाते हैं, बल्कि गांवों की अर्थव्यवस्था भी गतिशील हुई है।

 

सरकार की प्रतिष्ठित परियोजनाओं में नेतृत्व

 

कपिल शर्मा का नाम आज भारत सरकार की कई प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं से जुड़ा है—जहां उनका कार्य राष्ट्रीय महत्त्व का हिस्सा बन चुका है।

 

🔸 ऊर्जा क्षेत्र में योगदान:

कपिल शर्मा ने NHPC के 600 मेगावाट और 300 मेगावाट जैसे पावरहाउस की संचालन व निगरानी में अहम भूमिका निभाई है। ये पावरहाउस लाखों घरों को बिजली की रौशनी देने के साथ-साथ देश की औद्योगिक प्रगति का आधार हैं।

 

🔸 उज्ज्वला योजना के तहत LPG नेटवर्क:

देशभर में गैस भंडारण डिपो, एलपीजी प्लांट और फिलिंग स्टेशन की स्थापना में उनका विशेष योगदान रहा है। इससे दूर-दराज़ गांवों में भी महिलाओं को स्वच्छ ऊर्जा सुलभ हुई, जिससे उनका स्वास्थ्य और सम्मान दोनों सुरक्षित हुए।

 

🔸 राष्ट्रीय राजमार्ग व पुल:

कपिल शर्मा NHAI की छह लेन हाईवे परियोजना और 19वें पुल निर्माण में लीड पार्टनर के रूप में कार्य कर चुके हैं। इन संरचनाओं ने न केवल आवाजाही को सरल बनाया, बल्कि क्षेत्रीय व्यापार और पर्यटन को भी नया बल दिया।

 

🔸 शिक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक निर्माण कार्य:

2024 में, महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय (75 एकड़ परिसर) का निर्माण कपिल शर्मा की अगुवाई में रिकॉर्ड समय में हुआ। आज यह पूर्वी उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा का प्रमुख केंद्र है।

 

विकास में मानवता की सोच

 

कपिल शर्मा का मानना है कि सिर्फ निर्माण नहीं, बल्कि लोगों के जीवन को बदलना असली विकास है। यही वजह है कि वे हर परियोजना में श्रमिकों की सुरक्षा, स्थानीय युवाओं को रोज़गार और पर्यावरण संतुलन जैसे मूल्यों को प्राथमिकता देते हैं।

 

उनकी कार्यशैली में तकनीकी आधुनिकता और ज़मीनी सादगी का मेल है। वे केवल टेंडर के आंकड़े नहीं देखते—बल्कि यह सोचते हैं कि इससे कितने घरों में उजाला पहुंचेगा, कितने बच्चों को स्कूल का रास्ता मिलेगा, और कितनों की ज़िंदगी बेहतर होगी।

कपिल शर्मा उन लोगों के प्रतिनिधि हैं जो चुपचाप देश के निर्माण में लगे हैं—बिना तमगे के, बिना प्रचार के। उनकी सोच, समर्पण और सादगी आज के समय में एक मिसाल है।

 

“मकसद केवल निर्माण करना नहीं है, मकसद है विश्वास बनाना।”

 

विकास की असली परिभाषा कपिल जैसे कर्मयोगियों से मिलती है—जो मिट्टी से खड़े होकर, ईमानदारी से देश की नींव गढ़ते हैं।

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